ग्यारस मैया के भजन Lyrics

( gyaras maiya ke bhajan lyrics pdf ) ग्यारस मैया के भजन Lyrics pdf free Download here. ग्यारस मैया के भजन, जिन्हें एकादशी माता के भजन भी कहा जाता है, मुख्य रूप से एकादशी (हिंदी पंचांग के अनुसार महीने में दो बार आने वाली ग्यारहवीं तिथि) के पावन अवसर पर गाए जाते हैं।

ये भजन भगवान विष्णु और उनके विभिन्न अवतारों की महिमा का बखान करते हैं, क्योंकि एकादशी का व्रत उन्हीं को समर्पित है।

यहां कुछ मुख्य जानकारी दी गई है:

एकादशी के भजन का विषय

  • विष्णु भक्ति: ये भजन भगवान विष्णु (नारायण) की स्तुति करते हैं, जो सृष्टि के पालक माने जाते हैं।
  • व्रत का महत्व: भजनों में एकादशी व्रत (ग्यारस) के महत्व का वर्णन होता है, जिसे सभी पापों को हरने वाला और मोक्ष प्रदान करने वाला माना जाता है।
  • कथाएँ और प्रसंग: कुछ भजन एकादशी से जुड़ी पौराणिक कथाओं का वर्णन करते हैं, जैसे –
    • व्रत का पालन करने वाले भक्तों (जैसे राजा अंबरीष, रुक्मांगद) की कथाएँ।
    • तुलसी मैया से संबंधित प्रसंग, क्योंकि एकादशी पर तुलसी पूजा का विशेष महत्व है।
    • कान्हा (श्री कृष्ण) और राधा रानी से संबंधित मधुर लीलाओं का वर्णन।
  • भाव: इन भजनों में अक्सर सरल, मन को छू लेने वाले बोल होते हैं, जिनमें भक्त अपनी नैया पार लगाने और जीवन में सुख-शांति के लिए ग्यारस मैया से प्रार्थना करते हैं।

लोकप्रिय भजन

ये भजन अक्सर लोक संगीत और कीर्तन शैली में गाए जाते हैं, जो इन्हें और अधिक मधुर और जन-सामान्य से जुड़ाव वाला बनाते हैं। कुछ प्रसिद्ध भजन हैं:

  • “ग्यारस मैया तो लगावे बेड़ा पार, व्रत बड़ा ग्यारस का।”
  • “एकादशी मैया सबसे बड़ी है, एकादशी व्रत सबसे महान है।”
  • “ग्यारस मैया से मिलन कैसे होये, खिड़की तो सातो बंद पड़ी।” (यह भजन एकादशी व्रत के माध्यम से आत्मिक शुद्धि की ओर इशारा करता है।)
  • “छोटी-छोटी ग्यारस के बड़े-बड़े नाम।”

ग्यारस मैया के भजन Lyrics

संतों की प्यारी एकादशी

भक्तों की प्यारी एकादशी

जिसके घर में कुआं बावड़ी

अरे नहावे धावे गिरधारी

भक्तों की प्यारी एकादशी

जिसके घर में तपे रसोई

अरे भोग लगावे गिरधारी

भक्तों की प्यारी एकादशी

जिसके घर में कुंवारी कन्या

अरे भात भरत है गिरधारी

भक्तों की प्यारी एकादशी

जिसके घर में तुलसी का बिड़ला

पूजा करे हम गिरधारी

भक्तों की प्यारी एकादशी

जिसके घर में बूढ़ी डुकरिया

कंधा लगावे गिरधारी

भक्तों की प्यारी एकादशी

जिसके घर में गैया बछड़ा

रोज खिलावे गिरधारी

भक्तों की प्यारी एकादशी

जिसके घर में पूजा पाठ होवे

ध्यान लगावे गिरधारी

भक्तों की प्यारी एकादशी

तू कर ले व्रत ग्यारस का भजन लिरिक्स

तू कर ले ब्रत ग्यारस को हरी तो तुझे मिल जायेंगे

माला जप ले तू कर ले ब्रत ग्यारस को

कभी दान करो अन्न धन का कि भंडारे भर जायेंगे

माला जप ले तू कर ले ब्रत ग्यारस को

तुम सेवा करो मां बाप की कि सारे तीर्थ हो जायेंगे

माला जप ले तू कर ले ब्रत ग्यारस को

तुम सेवा करो गऊ मां की कि बैकुंठ मिल जायेगा

माला जप ले तू कर ले ब्रत ग्यारस को

कभी दिल न किसी का दुखाना कि सब सुख मिल जायेगा

माला जप ले तू कर ले ब्रत ग्यारस को

कभी कीर्तन करो हरि नाम का कि बेड़ा पार हो जायेगा

माला जप ले तू कर ले ब्रत ग्यारस को

आई एकादशी व्रत एकादशी

आई एकादशी व्रत एकादशी

श्री हरि को प्यारी एकादशी

कर लो भक्तों व्रत एकादशी

जिसके घर में तुलसी का पौधा,

सींचन को आयें गिरधारी

आई एकादशी व्रत एकादशी…

जिनके घर में गंगा जमुना,

नहावन को आयें गिरधारी

आई एकादशी व्रत एकादशी…

जिनके घर में ठाकुर की पूजा,

ज्योति को जलाने आयें गिरधारी

आई एकादशी व्रत एकादशी…

जिनके घर में गाय माता है,

देखो दूध दुहने आयें गिरधारी

आई एकादशी व्रत एकादशी…

जिनके घर में कुवांरी कन्या,

देखो ब्याह रचाने आयें गिरधारी

आई एकादशी व्रत एकादशी…

जिनके घर में सीता रसोई,

देखो भोग लगाने आयें गिरधारी

आई एकादशी व्रत एकादशी…

ग्यारस मैया से मिलन कैसे होय

मेरा हरी से मिलन कैसे होय,

खिड़की तो सातो बंद पड़ी,

ग्यारस मैया से मिलन कैसे होय,

खिड़की तो सातों बंद पड़ी…

पहली खिड़की खोल के देखू,

वहां मकड़ी का जाल,

मोपे इतना ना बनी मेरे राम,

झाड़ू तो या मैं मारती चलूं,

ग्यारस मैया से मिलन कैसे होय,

मेरा हरी से मिलन कैसे होय,

खिड़की तो सातो बंद पड़ी…

दूजी खिड़की खोल कर देखू उसमे घोर अंधेरा,

मोपे इतना ना बनी मेरे राम,

दिया तो यामे जोड़ती चलूं,

ग्यारस मैया से मिलन कैसे होय,

मेरा हरी से मिलन कैसे होय,

खिड़की तो सातो बंद पड़ी…

तीजी खिड़की खोल कर देखू वहां गंगा की धार,

मोपे इतना ना बनी मेरे राम,

गोता तो यामे मारती चलूं,

ग्यारस मैया से मिलन कैसे होय,

मेरा हरी से मिलन कैसे होय,

खिड़की तो सातो बंद पड़ी…

चौथी खिड़की खोलकर देखू उसमें कपिला गाय,

मोपे इतना ना बनी मेरे राम,

सेवा तो यामे करती चलू,

ग्यारस मैया से मिलन कैसे होय,

मेरा हरी से मिलन कैसे होय,

खिड़की तो सातो बंद पड़ी…

पांचवी खिड़की खोल कर देखू वहां तुलसी का बाग,

मोपे इतना ना बनी मेरे राम,

तुलसी की बगिया सीचती चलू,

ग्यारस मैया से मिलन कैसे होय,

मेरा हरी से मिलन कैसे होय,

खिड़की तो सातो बंद पड़ी…

छठवी खिड़की खोल कर देखू उसमे कन्हैया आप,

मैंने दर्शन किए भरपूर खिड़की तो सारी खुली पड़ी,

ग्यारस मैया से मिलन कैसे होय,

मेरा हरी से मिलन कैसे होय,

खिड़की तो सातो बंद पड़ी…

सातवीं खिड़की खोल कर देखू वहां मैया जी आप,

मेरा जन्म सफल हुआ आज,

खिड़की तो सातो खुली पड़ी,

मैंने सेवा करी दिन रात खिड़की तो सातों खुली पड़ी,

ग्यारस मैया से मिलन कैसे होय,

मेरा हरी से मिलन कैसे होय,

खिड़की तो सातो बंद पड़ी…

मेरा हरी से मिलन कैसे होय,

खिड़की तो सातो बंद पड़ी,

ग्यारस मैया से मिलन कैसे होय,

खिड़की तो सातों बंद पड़ी…

मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना

मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना,

मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना,

कराया अंगना हां कराया अंगना,

कराया अंगना हां कराया अंगना,

मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना,

मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना।।

फूलों से सुंदर आसन सजाया,

फूलों से सुंदर आसन सजाया,

आसन पे मैया को बिठाया,

आसन पे मैया को बिठाया,

मैया देगी आशीष हमारे अंगना,

मैया देगी आशीष हमारे अंगना,

मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना,

मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना।।

मैया के लिए मैंने टीका मंगाया,

मैया के लिए मैंने टीका मंगाया,

टीका मंगाया हां टीका मंगाया,

टीका मंगाया हां टीका मंगाया,

मैया सिंदुरा लगाएंगी हमारे अंगना,

मैया सिंदुरा लगाएंगी हमारे अंगना,

मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना,

मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना,

कराया अंगना हां कराया अंगना,

कराया अंगना हां कराया अंगना,

मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना,

मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना।।

मैया के लिए मैंने चूड़ियां मंगाईं,

मैया के लिए मैंने चूड़ियां मंगाईं,

चूड़ियां मंगाई हां चूड़ियां मंगाई,

चूड़ियां मंगाई हां चूड़ियां मंगाई,

मैया मेंहदी लगाएंगी हमारे अंगना,

मैया मेंहदी लगाएंगी हमारे अंगना,

मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना,

मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना,

कराया अंगना हां कराया अंगना,

कराया अंगना हां कराया अंगना,

मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना,

मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना।।

मैया के लिए मैंने पायल मंगाई,

मैया के लिए मैंने पायल मंगाई,

पायल मंगाई हां पायल मंगाई,

पायल मंगाई हां पायल मंगाई,

मैया महावर लगाएंगी हमारे अंगना,

मैया महावर लगाएंगी हमारे अंगना,

मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना,

मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना,

कराया अंगना हां कराया अंगना,

कराया अंगना हां कराया अंगना,

मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना,

मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना।।

मैया के लिए मैंने चोला मंगाया,

मैया के लिए मैंने चोला मंगाया,

चोला मंगाया हां चोला मंगाया,

चोला मंगाया हां चोला मंगाया,

मैया ओढ़ेंगी चुनरिया हमारे अंगना,

मैया ओढ़ेंगी चुनरिया हमारे अंगना,

मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना,

मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना,

कराया अंगना हां कराया अंगना,

कराया अंगना हां कराया अंगना,

मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना,

मैने ग्यारस का कीर्तन कराया अंगना।।

ग्यारस चांदण की आई

ग्यारस चांदण की आई,

भगता मिल ज्योत जगाई,

झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे,

ओ बाबा झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे,

मन में हरियाली छाई,

भगता मिल ज्योत जगाई,

झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे,

ओ बाबा झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे ॥

चम चम चमकातो मुखडो,

काना में कुंडल हो,

काना में कुंडल हो,

हिवड़ो हुलसायो म्हारो,

भला पधारया हो,

भला पधारया,

हीरो भलके माथे में,

अंतर जमके बागे में,

फुल्डा बरसे छे म्हारे आंगणे,

ओ बाबा फुल्डा बरसे छे म्हारे आंगणे,

ग्यारस चांदण की आईं,

भगता मिल ज्योत जगाई,

झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे,

ओ बाबा झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे ॥

गंगाजल झारी थारा,

चरण पखारा हो,

चरण पखारा,

उँचे सिंहासन बैठो,

आरती उतारा हो,

आरती उतारा,

भजन सुनावा थाने,

गाकर रिझावा थाने,

अमृत बरसे छे म्हारे आंगणे,

ओ बाबा अमृत बरसे छे म्हारे आंगणे,

ग्यारस चांदण की आईं,

भगता मिल ज्योत जगाई,

झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे,

ओ बाबा झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे ॥

जो थाने भावे बाबा,

भोग लगावा हो,

भोग लगावा,

रूच रूच जिमो प्रभु जी,

परदो लगावा हो,

परदो लगावा,

तारो मुलक़ातो मुखड़ो,

चंदा सू लागे उजलो,

कीर्तन में देखयो थाने आंगणे,

ओ बाबा कीर्तन में देखयो थाने आंगणे,

ग्यारस चांदण की आईं,

भगता मिल ज्योत जगाई,

झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे,

ओ बाबा झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे ॥

बिडलो दबावों मुख में,

अंतर काना में हो,

अंतर काना में,

थारे लीले के पांवा,

बिछिया बाजनीया हो,

बिछिया बाजनीया,

करस्यां पहरावणी थारी,

आशा पूरण म्हारी,

चरण दबास्या म्हारे आंगणे,

ओ बाबा चरण दबास्या म्हारे आंगणे,

ग्यारस चांदण की आईं,

भगता मिल ज्योत जगाई,

झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे,

ओ बाबा झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे ॥

लगन निभाजो प्रभु जी,

प्रेम बढाजो हो,

प्रेम बढाजो,

या म्हारी मिनखा जूणी,

सफल बनाजो हो,

सफल बनाजो,

मोती चरणा को चाकर,

नंदू रिझावे गाकर,

भल भल पधारया म्हारे आंगणे,

ओ बाबा भल भल पधारया म्हारे आंगणे,

ग्यारस चांदण की आईं,

भगता मिल ज्योत जगाई,

झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे,

ओ बाबा झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे ॥

ग्यारस चांदण की आई,

भगता मिल ज्योत जगाई,

झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे,

ओ बाबा झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे,

मन में हरियाली छाई,

भगता मिल ज्योत जगाई,

झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे,

ओ बाबा झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे ॥

गर श्याम से मिलना है एक बात समझ लेना,

एक बात समझ लेना,

हारे का साथी है,

सदा हार के तू रहना ॥

Gyaras Maiya ke Bhajan lyrics pdf

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